साइबर सुरक्षा
साइबर
सुरक्षा वह तकनीक है जिसके द्वारा कंप्यूटर,
मोबाइल फोन, सर्वर, नेटवर्क,
सॉफ्टवेयर और डेटा को इंटरनेट पर होने वाले साइबर हमलों से सुरक्षित
रखा जाता है।
सरल शब्दों में, साइबर सुरक्षा का अर्थ
इंटरनेट पर हमारी जानकारी की सुरक्षा से है।
साइबर
सुरक्षा की परिभाषा
साइबर सुरक्षा कंप्यूटर, नेटवर्क, मोबाइल फोन, सर्वर और डेटा को साइबर अपराधों से
सुरक्षित रखने की प्रक्रिया है।
या
साइबर सुरक्षा वह तकनीक है जो डिजिटल सिस्टम को अनधिकृत पहुंच,
नुकसान और चोरी से बचाती है।
साइबर
सुरक्षा की आवश्यकता
आज का युग डिजिटल युग है। हम ऑनलाइन बैंकिंग, ऑनलाइन
शिक्षा, ऑनलाइन खरीदारी और सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं।
इन सभी में हमारा निजी और गोपनीय डेटा जुड़ा होता है, जिसे
सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है।
साइबर
सुरक्षा क्यों आवश्यक है
1.
व्यक्तिगत
डेटा की सुरक्षा
2.
बैंकिंग
और वित्तीय जानकारी की सुरक्षा
3.
साइबर
अपराधों की रोकथाम
4.
राष्ट्रीय
सुरक्षा बनाए रखना
5.
ऑनलाइन
धोखाधड़ी से सुरक्षा
साइबर
सुरक्षा के तत्व
1.
एप्लिकेशन
सुरक्षा
ऐप और सॉफ्टवेयर को वायरस और हैकिंग से सुरक्षित रखना।
2.
नेटवर्क
सुरक्षा
नेटवर्क को अनधिकृत पहुंच और डेटा चोरी से बचाना।
3.
क्लाउड
सुरक्षा
क्लाउड में संग्रहित डेटा को सुरक्षित रखना।
4.
आईओटी
सुरक्षा
स्मार्ट डिवाइस जैसे स्मार्ट टीवी, स्मार्ट
बल्ब, स्मार्ट लॉक आदि की सुरक्षा।
5.
मोबाइल
सुरक्षा
मोबाइल फोन में मौजूद डेटा को सुरक्षित रखना।
साइबर
सुरक्षा का महत्व
1.
संवेदनशील
डेटा की सुरक्षा
2.
साइबर
हमलों की रोकथाम
3.
महत्वपूर्ण
सेवाओं की सुरक्षा
4.
राष्ट्रीय
सुरक्षा बनाए रखना
5.
गोपनीयता
की सुरक्षा
साइबर अपराध
कंप्यूटर, इंटरनेट या डिजिटल डिवाइस का उपयोग करके
किया गया अपराध साइबर अपराध कहलाता है।
उदाहरण
1.
ऑनलाइन
धोखाधड़ी
2.
डेटा चोरी
3.
अकाउंट
हैकिंग
4.
फर्जी
वेबसाइट
साइबर
अपराध की परिभाषा
कंप्यूटर या इंटरनेट के माध्यम से किया गया कोई भी गैरकानूनी कार्य
साइबर अपराध कहलाता है।
साइबर
अपराध के प्रकार
1.
हैकिंग
किसी सिस्टम या नेटवर्क में अवैध रूप से प्रवेश करना।
2.
फिशिंग
नकली ईमेल या मैसेज के माध्यम से जानकारी चुराना।
3.
साइबर
धोखाधड़ी
धोखे से पैसे या जानकारी चुराना।
4.
स्पूफिंग
किसी और की पहचान बनाकर धोखा देना।
5.
साइबर
बुलिंग
इंटरनेट पर किसी को डराना या परेशान करना।
हैकिंग
हैकिंग का अर्थ किसी कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क में अनधिकृत प्रवेश
करना है।
हैकिंग
के प्रकार
1.
एथिकल
हैकिंग
2.
अच्छे
उद्देश्य के लिए की जाती है।
3.
सिस्टम की
कमजोरियों को खोजने के लिए की जाती है।
4.
इसे
व्हाइट हैट हैकिंग कहा जाता है।
5.
मालिशियस
हैकिंग
6.
नुकसान
पहुंचाने के लिए की जाती है।
7.
डेटा चोरी
और अकाउंट हैकिंग की जाती है।
8.
इसे ब्लैक
हैट हैकिंग कहा जाता है।
9.
हैकिंग के
अन्य प्रकार
10. कंप्यूटर हैकिंग
11. मोबाइल हैकिंग
12. ईमेल हैकिंग
13. वेबसाइट हैकिंग
14. पासवर्ड हैकिंग
15. नेटवर्क हैकिंग
हैकर
जो व्यक्ति कंप्यूटर या नेटवर्क में घुसपैठ करता है उसे हैकर कहते
हैं।
हैकर के
प्रकार
1.
व्हाइट
हैट हैकर, जो अच्छे उद्देश्य
के लिए काम करता है।
2.
ब्लैक हैट
हैकर, जो अपराध करता है।
3.
ग्रे हैट
हैकर, जो दोनों प्रकार के
काम करता है।
1. व्हाइट हैट हैकर:- व्हाइट हैट हैकर अच्छे उद्देश्य के लिए काम करता है। इन्हें कानूनी रूप से
कंप्यूटर सिस्टम की जांच करने की अनुमति होती है। इनका मुख्य कार्य सुरक्षा की
कमजोरियों को ढूंढना और उनकी रिपोर्ट करना होता है ताकि सिस्टम सुरक्षित बनाए जा
सकें। ये कंपनियों और सरकार की साइबर सुरक्षा को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
2.
ब्लैक
हैट हैकर:- ब्लैक हैट हैकर इंटरनेट पर अपराध करता
है। ये बिना अनुमति कंप्यूटर और नेटवर्क में घुस जाते हैं। इनका उद्देश्य डेटा,
पैसा, पासवर्ड चुराना या सिस्टम को नुकसान
पहुंचाना होता है। ब्लैक हैट हैकिंग गैरकानूनी है और कानून द्वारा दंडनीय है।
3.
ग्रे
हैट हैकर:- ग्रे हैट हैकर व्हाइट हैट और ब्लैक हैट
हैकर के बीच का होता है। ये बिना अनुमति सिस्टम में प्रवेश कर सकते हैं लेकिन
आमतौर पर डेटा चोरी या नुकसान नहीं करते। कभी कभी ये सिस्टम के मालिक को कमजोरी की
जानकारी दे देते हैं, लेकिन इनके कार्य पूरी तरह कानूनी नहीं
होते।
फिशिंग
फिशिंग एक साइबर अपराध है जिसमें धोखे से बैंक विवरण, पासवर्ड और ओटीपी जैसी निजी जानकारी चुरा ली जाती है।
फिशिंग
के प्रकार
1.
ईमेल
फिशिंग
2.
स्पीयर
फिशिंग
3.
स्मिशिंग, एसएमएस के माध्यम से
4.
विशिंग, कॉल के माध्यम से
5.
एंगलर
फिशिंग, सोशल मीडिया के
माध्यम से
फिशिंग
से बचाव के उपाय
1.
कभी भी
ओटीपी साझा न करें।
2.
अनजान
लिंक पर क्लिक न करें।
3.
मजबूत
पासवर्ड रखें।
4.
एंटीवायरस
सॉफ्टवेयर का उपयोग करें।
5.
ईमेल को
जांचने के बाद ही खोलें।
साइबर धोखाधड़ी
साइबर धोखाधड़ी वह अपराध है जिसमें इंटरनेट, कंप्यूटर
या डिजिटल माध्यमों का उपयोग करके किसी व्यक्ति से धोखे से पैसा, जानकारी या पहचान चुरा ली जाती है।
इसमें अपराधी नकली वेबसाइट, ईमेल, कॉल या मैसेज के माध्यम से लोगों को फंसाते हैं।
साइबर
धोखाधड़ी के सामान्य प्रकार
1.
फिशिंग
नकली ईमेल, वेबसाइट या मैसेज भेजकर यूजरनेम,
पासवर्ड और कार्ड की जानकारी चुराई जाती है।
2.
पहचान
की चोरी
किसी व्यक्ति की पहचान जैसे आधार, पैन या बैंक
विवरण चुराकर उसका गलत उपयोग करना।
3.
ऑनलाइन
स्कैम
नकली लॉटरी, निवेश योजना या इनाम जीतने का
लालच देकर पैसे ठगना।
4.
रैनसमवेयर
अटैक
डेटा को लॉक कर दिया जाता है और उसे खोलने के बदले पैसे मांगे जाते
हैं।
5.
कार्ड
स्किमिंग
एटीएम या मशीनों से कार्ड नंबर, पिन और अन्य
जानकारी चुराना।
6.
नकली
दान
आपदा के समय नकली दान वेबसाइट बनाकर पैसे ठगना।
7.
ऑनलाइन
बैंकिंग स्कैम
बैंक खातों से जुड़ी जानकारी चुराकर अवैध लेनदेन करना।
साइबर
धोखाधड़ी से बचाव के उपाय
1.
एंटीवायरस
और फायरवॉल का उपयोग करें।
2.
महत्वपूर्ण
डेटा के लिए एन्क्रिप्शन का उपयोग करें।
3.
टू फैक्टर
ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें।
स्पूफिंग
स्पूफिंग वह तकनीक है जिसमें अपराधी किसी और की पहचान बनाकर धोखा
देता है।
स्पूफिंग
के प्रकार
1.
एआरपी
स्पूफिंग
नेटवर्क के बीच में घुसकर डेटा चुराना।
2.
कंटेंट
स्पूफिंग
नकली वेबसाइट या कंटेंट दिखाकर जानकारी लेना।
स्पूफिंग
से बचाव
1.
अनजान
लिंक पर क्लिक न करें।
2.
केवल
भरोसेमंद ऐप ही इंस्टॉल करें।
3.
पब्लिक
वाईफाई से बचें।
4.
सुरक्षा
सॉफ्टवेयर का उपयोग करें।
साइबर बुलिंग
इंटरनेट के माध्यम से किसी को डराना, अपमानित
करना या परेशान करना साइबर बुलिंग कहलाता है।
प्रभाव
1.
मानसिक
तनाव
2.
आत्मविश्वास
की कमी
3.
सामाजिक
नुकसान
रोकथाम
1.
रिपोर्ट
करें
2.
ब्लॉक
करें
3. सतर्क रहें
साइबर
अपराध की रिपोर्टिंग
1.
स्थानीय
पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें।
2.
साइबर
क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।
3.
बैंक को
तुरंत सूचना दें।
4.
सोशल
मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें।
5.
फिशिंग
ईमेल की रिपोर्ट करें।
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